मुक्केबाजी
दिमित्री दिमित्रुक भारतीय मुक्केबाजी टीम के विदेशी कोच नियुक्त
इस 47 वर्षीय कोच ने आयरलैंड को मुक्केबाजी के खेल में आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने अगले दो वर्षों के लिए देश की एलीट टीमों का नेतृत्व करने के लिए जाने-माने अनुभवी कोच दिमित्री दिमित्रुक को भारतीय मुक्केबाजी टीम का विदेशी कोच नियुक्त किया है।
पिछले 12 वर्षों से आयरिश एथलेटिक बॉक्सिंग एसोसिएशन (IABA) के साथ-साथ आयरिश राष्ट्रीय जूनियर और युवा टीमों के उच्च प्रदर्शन कोच के रूप में काम करने वाले दिमित्रुक आगामी एलीट प्रतियोगिताओं के लिए विदेशी कोच के रूप में भारतीय मुक्केबाजी की पुरुष और महिला टीमों का नेतृत्व करेंगे।
दिमित्रुक ने मीडिया को जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘‘भारत हाल के वर्षों में मुक्केबाजी के मजबूत स्तंभ के रूप में उभरा है और मैं प्रतिभाशाली मुक्केबाजों के समूह को कोचिंग देने का अवसर मिलने पर बेहद खुश हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास जो अनुभव है उसे देखकर मुझे पूरा विश्वास है कि हम प्रतिष्ठित टूर्नामेंटों में आगे भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखेंगे।’
इस 47 वर्षीय कोच ने आयरलैंड को मुक्केबाजी के खेल में आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कई शीर्ष मुक्केबाजों को कोचिंग दी है जिनमें 2015 और 2017 के विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता जो वार्ड और 2019 के यूरोपीय खेलों के कांस्य पदक विजेता ग्रैनी वाल्स शामिल हैं।
बीएफआई के अध्यक्ष अजय सिंह ने उनकी नियुक्ति पर कहा, ‘‘हम दिमित्री दिमित्रुक को भारतीय मुक्केबाजी टीम के विदेशी कोच के रूप में नियुक्त करके बहुत खुश हैं। उन्होंने आयरलैंड मुक्केबाजी संघ के साथ रहते हुए कोच के रूप में खुद को साबित किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपने प्रतिभाशाली मुक्केबाजों को कोचिंग देने के लिए उनकी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है। उनकी नियुक्ति से भारत की पेरिस ओलंपिक में अधिक से अधिक पदक जीतने की संभावनाएं निश्चित तौर पर बढ़ जाएंगी।’’
भारत ने विश्व चैंपियनशिप, राष्ट्रमंडल खेलों के साथ-साथ एशियाई खेलों में हाल के दिनों में शानदार प्रदर्शन किया है, दुनिया भर में शीर्ष टीमों के बीच एक प्रमुख इकाई के रूप में देश का नाम स्थापित करने के लिए कई पदक जीते हैं।