मुक्केबाजी
राष्ट्रमंडल खेलों में दमदार प्रदर्शन के लिए तैयार निकहत जरीन, मुक्केबाजी में चार स्वर्ण पदक की उम्मीद
बर्मिंघम में, भारत के आठ पुरुष और चार महिला मुक्केबाजों का दल होगा।
भारत की दमदार मुक्केबाज और विश्व चैंपियन निकहत जरीन 28 जुलाई से शुरू होने वाले बर्मिघम राष्ट्रमंडल खेलों के लिए पूरी तरह तैयार हैं। निकहत को उम्मीद है की आगामी राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय मुक्केबाजी दल रिकॉर्ड चार स्वर्ण पदक जीतेगा।
हाल ही में विश्व चैंपियनशिप में 52 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाली तेलंगाना की मुक्केबाज निकहत बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों में पदार्पण करेंगी और उन्हें 12 सदस्यीय भारतीय मुक्केबाजी टीम से 'कम से कम आठ पदक' की उम्मीद है।
26 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा,"मुझे कम से कम आठ पदक की उम्मीद है, जिसमें से चार स्वर्ण पदक होंगे। देखते हैं क्या होता है। हम सभी अनुभवी मुक्केबाज हैं। हमारे पास विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता और ओलंपियन हैं। मुझे आशा है कि सभी को स्वर्ण मिलेगा। देश के लिए पदक जीतने की मेरी अब भी वही भूख है।''
उन्होंने कहा,"ड्रॉ जारी होने से पहले पदक की भविष्यवाणी करना मुश्किल है, क्योंकि कभी-कभी आपको मुश्किल ड्रॉ दिया जाता है और पहले दौर में बाहर होने का खतरा रहता है।''
राष्ट्रमंडल खेलों के लिए निकहत को अपना वजन घटाकर 50 किग्रा करना होगा। यह वही भार वर्ग है, जिसे पेरिस 2024 के लिए अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) द्वारा शॉर्टलिस्ट किया गया है।
इसपर निकहत ने कहा,"आईओसी ने पेरिस के लिए 50 किग्रा का चयन किया है, जबकि एशियाई खेलों में 51 किग्रा में प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भी 50 किग्रा का चयन किया है। 52 से 50 तक नीचे आना कोई बड़ा अंतर नहीं है, मुझे बहुत अधिक वजन कम नहीं करना पड़ेगा।
उन्होंने आगे कहा,"हालांकि मुझे दो किलोग्राम वजन कम करना होगा, लेकिन मेरी ताकत बनी रहेगी।ओलंपिक (और डब्ल्यूसीजी) में भी 54 किग्रा है, लेकिन यह कठिन होगा, क्योंकि कई बार 60 किग्रा में वे घटकर 54 हो जाते हैं उनके खिलाफ प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल होगा, इसलिए, इस परिदृश्य में 50 किग्रा सबसे अच्छा विकल्प था, क्योंकि 52 किग्रा प्रतियोगिता का हिस्सा नहीं है।"
निकहत ने कहा कि राष्ट्रमंडल खेल उनके लिए नया अनुभव होगा, क्योंकि वह नए भार वर्ग में हिस्सा लेंगी।
बर्मिंघम में, भारत के आठ पुरुष और चार महिला मुक्केबाजों का दल होगा।
निकहत के अलावा भारतीय महिला मुक्केबाजी टीम में ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन (70 किग्रा), 2021 एशियाई युवा कांस्य पदक विजेता जैस्मीन (60 किग्रा) और दो बार की पूर्व युवा विश्व चैंपियन नीतू होंगी।
बता दें गोल्ड कोस्ट में 2018 भारतीय मुक्केबाजों के लिए अब तक का सबसे अच्छा राष्ट्रमंडल खेल रहा था। भारत ने इसमें तीन स्वर्ण , तीन रजत और तीन कांस्य पदक जीते थे। इन खेलों में दिग्गज मैरीकॉम चैम्पियन बनने वाली पहली भारतीय महिला बनीं थी।