मुक्केबाजी
ब्रिटेन, अमेरिका ने भारत में होने वाली महिला मुक्केबाजी विश्व चैंपियनशिप का किया बहिष्कार
से 26 मार्च के बीच होने वाले इस टूर्नामेंट में यूएसए पहले से ही बहिष्कार कर रहा है।
दिल्ली में होने वाली महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रूसी एथलीटों की भागीदारी के चलते ब्रिटेन के मुक्केबाजों ने चैंपियनशिप का बहिष्कार करने का ऐलान किया हैं। 15 से 26 मार्च के बीच होने वाले इस टूर्नामेंट में यूएसए पहले से ही बहिष्कार कर रहा है। गौरतलब है कि विश्व शासी निकाय ने रूस और बेलारूस के मुक्केबाजों को अपने राष्ट्रीय ध्वज और गान के साथ प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति दी हैं।
हालाकि इससे पहले पिछले साल 28 फरवरी को आईओसी के कार्यकारी बोर्ड ने एक संकल्प लिया कि, वैश्विक खेल प्रतियोगिताओं की अखंडता की रक्षा के लिए, अंतर्राष्ट्रीय खेल संघों और खेल कार्यक्रम आयोजकों को अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में रूसी और बेलारूसी एथलीटों और अधिकारियों की भागीदारी की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
इस मामले को लेकर ग्रेट ब्रिटेन बॉक्सिंग ने कहा, "ओलंपिक कार्यक्रम में बॉक्सिंग के भविष्य के बारे में चिंताओं के कारण अगले महीने के आयोजन से हटने का निर्णय भी लिया गया था।"
बता दें बॉक्सिंग को लॉस एंजिल्स में ओलंपिक 2028 के शुरूआती कार्यक्रम से हटा दिया गया है।
ग्रेट ब्रिटेन (जीबी) बॉक्सिंग ने एक बयान में कहा, "जीबी बॉक्सिंग टीम के मुक्केबाज 15 से 25 मार्च 2023 को नई दिल्ली में होने वाली आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भाग नहीं लेंगी।" उन्होंने कहा, "यह निर्णय ओलंपिक कार्यक्रम में मुक्केबाजी के भविष्य के बारे में चल रही चिंताओं को दर्शाता है और आईबीए द्वारा रूस और बेलारूस के मुक्केबाजों को अपने राष्ट्रीय ध्वज के तहत प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति देना सही नहीं है।"
जीबी बॉक्सिंग ने यह भी कहा कि वे इस बात की समीक्षा कर रहे हैं कि क्या पुरुषों की टीम मई में विश्व चैंपियनशिप में भाग लेगी।