मुक्केबाजी
महिला मुक्केबाज मंजू और पूनम ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की टीम चयनकर्ताओं पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
मुक्केबाजों ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) के प्रधान को पत्र लिखकर उचित कार्यवाही करने की मांग की हैं।
कुश्ती महासंघ में चल रहे विवाद के बाद अब विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की टीम चयनकर्ताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। हरियाणा के रोहतक की मुक्केबाज मंजू रानी व हिसार की मुक्केबाज पूनम ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की टीम चयनकर्ताओं पर भेदभाव और भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) के प्रधान को पत्र लिखकर उचित कार्यवाही करने की मांग की हैं।
दरअसल मंजू और पूनम ने राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन किया था, जिसके बावजूद उनका नाम विश्व चैंपियनशिप टीम में नही शामिल किया गया। इसी बात को लेकर दोनों मुक्केबाजों ने जांच की गुहार लगाई हैं।
दोनों मुक्केबाजों का कहना है कि अगर चयनकर्ताओं के खिलाफ निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो वह कोर्ट में केस भी कर सकती हैं।
मुक्केबाज मंजू ने आरोप लगाते हुए पत्र में लिखा कि वह लगातार अपनी ट्रेनिंग कर रही हैं, और कोई छुट्टी भी नहीं ली। यहां तक कि आज तक कोई बीमारी व इंजरी भी नहीं हुई, लेकिन फिर भी बिना कारण विश्व चैंपियनशिप से नाम हटा दिया।
मंजू का कहना है कि ऐसे करके खिलाड़ियों का मनोबल तोड़ा जा रहा है। इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए।
वहीं पूनम ने पत्र में लिखा कि वह टीम में शामिल होने के लिए लिए कड़ी मेहनत कर रही थी। भारत के लिए शीर्ष प्रदर्शन देने के बाद भी देश के लिए नहीं खेल रही हैं। उन्होंने पत्र लिखकर कहा कि जो यह गलती है, उसको अगले 48 घंटे में ठीक किया जाए। अब चैंपियनशिप के लिए काफी कम समय है। ताकि वे भी तैयारी जारी रख सकें और देश को पदक दिला पाएं।