मुक्केबाजी
महिला मुक्केबाजी विश्व चैंपियनशिप का बहिष्कार कर रहे देशों को मनाने की कोशिश करेगा बीएफआई
आईबीए के फैसले के विरोध में नौ देशों ने नयी दिल्ली में होने वाली महिला विश्व चैंपियनशिप से हटने का फैसला किया हैं।
दिल्ली में होने वाली महिला मुक्केबाजी विश्व चैंपियनशिप के लिए भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने विश्व चैंपियनशिप का बहिष्कार करने वाले देशों को मनाने की कोशिश कर रहा हैं।
दरअसल, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध विवाद के चलते अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने रूस के यूक्रेन पर हमले के कारण उसके खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाया है और वह अपने ध्वज तले नहीं खेल सकते हैं। लेकिन आईओसी के फैसले के विरुद्ध जाते हुए अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) ने रूस और बेलारूस के मुक्केबाजों को अपने ध्वज तले खेलने की अनुमति दे दी।
और यही वजह है कि आईबीए के फैसले के विरोध में नौ देशों ने नयी दिल्ली में होने वाली महिला विश्व चैंपियनशिप से हटने का फैसला कर लिया हैं। इन नौ देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, आयरलैंड, कनाडा, स्वीडन, पोलैंड, नीदरलैंड, चेक गणराज्य और यूक्रेन जैसे देश शामिल हैं।
इस पूरे मामले को लेकर बीएफआई के कार्यकारी निदेशक कर्नल अरुण मलिक ने कहा, ‘‘हमें निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि 74 देश अब भी इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आ रहे हैं। केवल कुछ देशों ने ही हटने का फैसला किया है।’’
उन्होंने कहा, "हमने प्रतियोगिता से हटने वाले छह देशों को पत्र लिखा है। वह हमारे अध्यक्ष अजय सिंह के साथ बात कर सकते हैं। यह हमें नहीं पता कि उनकी तरफ से किस स्तर पर फैसला लिया गया है। हम नहीं जानते कि फैसला उनके राष्ट्रीय महासंघ ने लिया है कि उनकी सरकार ने। हमारा प्रयास इनमें से कुछ देशों को प्रतियोगिता में शामिल करने का है।’’
बता दें महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप का आयोजन नई दिल्ली में 15 से 26 के बीच होना हैं।