मुक्केबाजी
विश्व चैम्पियनशिप की पदक विजेता मुक्केबाज सिमरनजीत कौर को नौकरी की तलाश
मुक्केबाज सिमरनजीत कौर ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते हैं। उन्होंने साल 2018 में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता और अगले साल एशियाई चैम्पियनशिप में रजत पदक अपने नाम किया। लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि देश का नाम रोशन कर चुकी मुक्केबाज अभी भी बेरोजगार हैं। उन्होंने राज्य सरकार से नौकरी की मांग की है।
24 वर्षीय सिमरनजीत कौर लुधियाना के चाकर गांव से संबंध रखती हैं और उन्हें नौकरी को लेकर राज्य सरकार से कोई मदद नहीं मिली है। उनके लिए इस समय गुजर बसर करना मुश्किल हो गया है। उनके पिता की मृत्यु साल 2018 में हार्ट अटैक से हो गई थी, तब से उनका परिवार उन पर निर्भर करता है। सिमरनजीत के परिवार में कुल पांच सदस्य हैं, जिसमें उनकी माँ, उनकी बड़ी दीदी और दो छोटे भाई शामिल हैं।
सिमरनजीत ने 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को बताया, "मैंने इसके लिए पंजाब सरकार को प्रार्थना पत्र लिखा था लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। पिछले साल पंजाब पुलिस ने कुछ पदों के लिए विज्ञापन दिया था, लेकिन वे ज्यादातर कांस्टेबल के पद पर थे। मुझे आशा है कि सरकार मुझे कम से कम सब इंस्पेक्टर के स्तर की नौकरी देंगे।"
सिमरनजीत कौर को पंजाब में नौकरी की सख्त जरुरत है, हालांकि उन्हें अगर प्रदेश के बाहर भी नौकरी मिलेगी तो उन्हें वह भी स्वीकार्य है। इसको लेकर उन्होंने कहा, "मैं अपने परिवार में अकेली कमानेवाली हूँ। मेरे दो छोटे भाई हैं जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं। मेरी बड़ी दीदी बीएसएफ में कार्यरत हैं लेकिन उनकी शादी हो चुकी है और वह अपने पति के साथ रहती हैं। मेरे परिवार की सारी जिम्मेदारी मेरे कंधो पर है। मैं पंजाब सरकार के साथ नौकरी करना चाहती हूं लेकिन अब मैं राज्य के भीतर या राज्य के बाहर कहीं भी नौकरी करने के लिए तैयार हूं।"
एशियाई चैम्पियनशिप में रजत पदक जीत चुकी सिमरनजीत ने अब तक कोई नौकरी नहीं की है। उन्हें अब तक कोई नौकरी नहीं मिल पाई है। इसको लेकर उन्होंने कहा, "कभी जॉब किया है नहीं, किसी ने जॉब दिया ही नहीं।"