मुक्केबाजी
मैरीकॉम ने जो किया वह सब खेल में चलता है- अजय सिंह
भारतीय मुक्केबाजी में पिछले दिनों एक ही मुकाबले पर सबसे ज्यादा चर्चा थी। भारत की दिग्गज मुक्केबाज मैरीकॉम और युवा महिला मुक्केबाज निकहत जरीन के बीच होने वाले मुकाबले की। निकहत ने पहले मैरीकॉम के साथ ट्रॉयल की मांग की। जिसके बाद दोनों के बीच मुकाबला हुआ और यहां मैरीकॉम ने 9-1 के अंतर से जीत की। लेकिन एक मुकाबला जहां मैरीकॉम और निकहत जरीन के बीच रिंग के अंदर था। वहीं दूसरा मुकाबला रिंग के बाहर भी चल रहा था। यह दोनों खिलाड़ियों के सम्मान से जुड़ा था। जिसकी वजह से मैरीकॉम ने निकहत जरीन के खिलाफ मुकाबला जीतने के बाद उनके साथ हाथ मिलना तक उचित नहीं समझा। जब मैरीकॉम से इसका कारण पूछा गया तो उन्होंने सीधे शब्दों में कहा कि सामने वाले खिलाड़ी को पहले उनका सम्मान करना चाहिए।
साफ है एक तरफ जहां मैरीकॉम के पास वर्षों का तजुर्बा और झोली में दुनियाभर के विश्व स्तरीय चैंपियनशिप के तमाम मेडल्स है। वहीं दूसरी तरफ युवा निकहत जरीन के पास अपने अंदर कुछ कर गुजरने का विश्वास है। खेल के मैदान में खिलाड़ियों के बीच इस तरह की जंग होना लाजमी है। इससे खेल ना सिर्फ चर्चा का केंद्र बन जाता है बल्कि मैच के दौरान रोमांच अपने चरम पर रहता है। द ब्रिज की टीम ने मैरीकॉम और निकहत जरीन के बीच मुकाबले को लेकर बॉक्सिंग फेडरेशन आफ इंडिया के अध्यक्ष अजय सिंह से खास बातचीत की। जिसमें उन्होंने दोनों खिलाड़ियों के बीच हुए मुकाबले पर अपनी राय रखी। साथ ही उन्होंने इस साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक में भारतीय मुक्केबाजों के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताई।
द ब्रिज- मैरी कॅाम और निकहत जरीन के ट्रॅायल के बारे में आप क्या कहना चाहेंगे?
अजय सिंह: आपने देखा कि इस मुकाबले को लेकर किस तरह कि उत्सुकता थी लोगों के बीच में। हमने ये मैच का आयोजन काफी सही तरह से किया। दोनों खिलाड़ी ने अच्छी बॅाक्सिंग की। मैरी कॅाम भारतीय बॅाक्सिंग में बहुत बड़ा नाम हैं। ओलंपिक करीब है मुझे सभी खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।
द ब्रिज- मैरी कॅाम और निकहत के बीच विवाद को लेकर क्या कहना चाहेंगे?
अजय सिंह: देखिए खेल में ये सब चलता रहता है और होना भी चाहिए इस मुकाबले को लेकर दर्शकों में काफी उत्सुकता थी। निकहत बिना किसी राय के एक अच्छी खिलाड़ी हैं। आने वाले सालों में हम निकहत एक बड़ी खिलाड़ी बनकर उभरेंगी। निकहत के प्रशंसक थे वो थोड़ा उत्तेजित हो गए थे। ये सब खेल का हिस्सा है। मैरी कॅाम ने जिस तरह का सम्मान भारतीय बॅाक्सिंग को दिला चुकी हैं विश्वभर में वो काबिल-ए-तारीफ है।
द ब्रिज- मैरी कॅाम ने निकहत से मुकाबले के बाद हाथ नहीं मिलाया इसके बारे में क्या कहना चाहेंगे?
अजय सिंह: देखिए खेल में ये सब चलता रहता है। ये क्यों हुआ इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगा। हर इंसान की तरह मैरी कॅाम भी हैं। उन्होंने जो किया वो कोई भी इंसान गुस्से में कर सकता है।
द ब्रिज- भारत से ओलंपिक में आप कितने मेडल की उम्मीद कर रहे हैं?
अजय सिंह: मैं ये तो नहीं बोलूंगा कितने मेडल आएंगे लेकिन ये कहना चाहूंगा हमारे मुक्केबाजों को प्रदर्शन पिछले ओलंपिक से अच्छा रहेगा।