मुक्केबाजी
एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर: आशीष कुमार ने प्रीक्वार्टर फाइनल में किया प्रवेश
एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता मुक्केबाज आशीष कुमार ने एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर के प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता गौरव सोलंकी (57 किग्रा) और आशीष कुमार (75 किग्रा) एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर के शुरुआती दौर में मंगलवार को यहां अपने-अपने मुकाबले जीतकर अंतिम-16 में पहुंचे।
आशीष प्री-क्वर्टर फाइनल में चौथी वरीयता प्राप्त किर्गिस्तान के ओमुरबेक बेखजित उलु से भिड़ेगे। उन्होंने पिछले साल एशियाई चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में इस मुक्केबाज को हराया था। इस शानदार जीत के बाद आशीष ने कहा, '' मैं पहले भी चीया-वेई के खिलाफ खेला है लेकिन तब हार गया था। आज मैंने कोई गलती नहीं की। मेरा आत्मविश्वास इसलिए भी बढ़ा था क्योंकि हमने मुकाबले की अच्छी तैयारी की थी। उन्होंने कहा, ''अब मेरा सामना चौथी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी से है जिसे मैंने पहले हराया है और मुझे उम्मीद है कि मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगा।''
राष्ट्रमंडल खेलों में 52 किग्रा वर्ग्र में पीला तमगा हासिल करने वाले सोलंकी ने किर्गिस्तान के अकीलबेक एसेनबेक उलु को एकतरफा मुकाबले में हराकर 5-0 से हराया जबकि एशियाई चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता आशीष ताईवान के कान चीया-वेई पर भारी पड़े। भारतीय मुक्केबाज ने 5-0 की दमदार जीत दर्ज की। सोलंकी ने किर्गिस्तान के दो बार के राष्ट्रीय चैम्पियन के खिलाफ शुरू से ही दबदबा बना लिया और उन्हें विरोधी मुक्केबाज की कमजोर रक्षा तकनीक का भी फायदा मिला। उन्होंने सटीक पंच लगाकर अंक हासिल किये। प्री-क्वार्टर फाइनल में उनका सामना उज्बेकिस्तान के शीर्ष वरीय मिराजिजबेक मिर्जाखालिलोव से होगा जिन्हें पहले दौर में बाई मिली। मिर्जाखालिलोव मौजूदा विश्व चैम्पियन है और उन्होंने 2018 एशियाई खेलों और एशियाई चैम्पियनशिप के स्वर्ण पदक हासिल किया था।
टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले मुक्केबाज टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर जाएंगे। विश्व रजत पदक विजेता अमित पंघाल (52 किग्रा) को पुरुष वर्ग में शीर्ष वरीयता दी गयी है जबकि एम सी मेरीकोम (51 किग्रा) को महिला वर्ग में दूसरी वरीयता मिली है। अन्य भारतीयों में दो बार की विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहिन (69 किग्रा), एशियाई चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता पूजा रानी (75 किग्रा) और राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता सतीश कुमार (91 किग्रा से अधिक) ड्रा के छोटे आकार के कारण ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने से एक जीत दूर हैं।