बैडमिंटन
राष्ट्रमंडल खेलों में बैडमिंटन की मिश्रित टीम को मिला आसान ड्राॅ, नाॅकआउट के लिए आसान हो सकती है राह
मिश्रित टीम स्पर्धा के ग्रुप एक में भारत को आस्ट्रेलिया, श्रीलंका और पाकिस्तान के साथ रखा गया है
इस साल भारत की बैडमिंटन टीम जबरदस्त फॉर्म में चल रही है। हाल ही में पुरुष टीम ने पहली बार थाॅमस कप जीतकर इतिहास रचा था। अब भारतीय बैडमिंटन टीम का अगला लक्ष्य आगामी राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए पदक जीतना है। इस सिलसिले में अभी भारतीय बैडमिंटन टीम के लिए राहत देने वाली खबर आयी है। जिसके अनुसार राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की मिश्रित टीम को आसान ग्रुप मिला है।
गत चैंपियन भारत की राष्ट्रमंडल खेलों की बैडमिंटन स्पर्धा के नॉकआउट चरण की राह आसान हो गयी है क्योंकि मिश्रित टीम स्पर्धा के ग्रुप एक में उसे आस्ट्रेलिया, श्रीलंका और पाकिस्तान के साथ रखा गया है। जो अन्य ग्रुपों की तुलना में थोड़ा आसान रहने वाला है।
वही पिछले राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में भारत के हाथों शिकस्त झेलने वाले पांच बार के चैंपियन मलेशिया को ग्रुप चार में दक्षिण अफ्रीका, जमैका और जांबिया के साथ रखा गया है।
वही आपको बता दें कि मिश्रित टीम स्पर्धा में कुल 16 टीम हिस्सा लेंगी और इन्हें चार-चार टीम के चार ग्रुप में बांटा गया है। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष दो टीम नॉकआउट चरण में जगह बनाएंगी। इन टीमों के बर्मिंघम में मार्च में ड्रॉ निकाला गया था लेकिन नाइजीरिया की टीम मई की शुरुआत में प्रतियोगिता से हट गई जिसके बाद उसकी जगह जांबिया को दिए जाने की पुष्टि हुई है।
इसको लेकर विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) के अध्यक्ष पॉल एरिक हॉयर ने कहा, ''राष्ट्रमंडल खेलों का अहसास अलग होता है। इसमें बैडमिंटन के पारंपरिक दिग्गज टीमों के अलावा ऐसी टीम भी हिस्सा लेती हैं, जिन्होंने हाल में अपनी छाप छोड़ी है। इसमें विभिन्न शैलियों की विविधता देखने को मिलती है। मैं प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही सभी टीम को शुभकामनाएं देता हूं।''
उल्लेखनीय है कि बर्मिंघम में 29 जुलाई से आठ अगस्त तक होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता में मिश्रित टीम स्पर्धा के अलावा व्यक्तिगत वर्ग के मुकाबले होंगे। मिश्रित टीम स्पर्धा का फाइनल दो अगस्त को होगा।