बैडमिंटन
भारत ने इंडोनेशिया को 3-0 से हराकर जीता थाॅमस कप, पहली बार भारत ने किया स्वर्ण पदक पर कब्जा
थाॅमस कप के 73 साल के इतिहास में भारत ने पहली बार खिताब अपने नाम किया और स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया
रविवार का दिन यानि 15 मई के दिन को भारतीय बैडमिंटन के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। आज के दिन भारतीय बैडमिंटन टीम ने बैकाॅक में चल रहे थाॅमस कप के फाइनल में इंडोनेशिया की टीम को 3-0 से हराकर पहली बार खिताब अपने नाम किया। भारतीय टीम ने फाइनल में इंडोनेशिया की टीम को पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिया। थाॅमस कप के 73 साल के इतिहास में भारत ने पहली बार खिताब अपने नाम किया और स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।
रविवार को फाइनल में पहला मुकाबला भारत के लक्ष्य सेन और इंडोनेशिया के एंटोनी सिनसिंगु के बीच खेला गया। जहां भारतीय शटलर लक्ष्य सेन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इंडोनेशिया के खिलाड़ी को 21-8, 17-21, 21-16 से हरा दिया। यह मुकाबला 1 घंटा 5 मिनट चला।
वहीं इसके बाद दूसरा मुकाबला सात्विक-चिराग की जोड़ी का था। जिनका सामना इंडोनेशिया की जोड़ी मोहम्मद हसन और केबिन सनजाया से हुआ। इस मुकाबले में भारतीय जोड़ी ने बड़ा ही जबरदस्त खेल दिखाया और इंडोनेशिया की जोडी को 21-18,21-23,21-19 से शिकस्त दी। यह मुकाबला भी 1 घंटा 13 मिनट चला। यह मुकाबला आज के दिन का सबसे लंबा मुकाबला हुआ।
इसके पुरूष एकल में सबसे अहम मुकाबला में किदांबी श्रीकांत की भिड़त जोनथान क्रिस्टल से हुई। जहां किदांबी श्रीकांत ने इंडोनेशिया के खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया और मैच सीधे सेटों में 21-15,23-21 से हराया। इस मैच की जीत एक के साथ ही भारत ने थाॅमस कप में इतिहास रच दिया।
इस टूर्नामेंट में भारत ने स्वर्ण पदक जीता जबकि इंडोनेशिया को फाइनल में मिली हार के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा। वहीं डेनमार्क और जापान की टीम ने कांस्य पदक जीते।