बैडमिंटन
BWF World Junior C’ships 2025: भारत ने कोरिया को हराकर सुनिश्चित किया पहला मिक्स्ड टीम पदक
गुवाहाटी में घरेलू माहौल और जोशीले दर्शकों के बीच भारतीय जूनियर टीम ने कोरिया को रोमांचक मुकाबले में हराया; इंडोनेशिया से होगा सेमीफाइनल में मुकाबला।

मिक्स्ड टीम चैंपियनशिप में पहला पदक पक्के होने के बाद टीम इंडिया जश्न मनाती हुई (फोटो साभार: बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया)
भारत ने गुवाहाटी के नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में शानदार प्रदर्शन करते हुए कोरिया को हराकर BWF वर्ल्ड जूनियर मिक्स्ड टीम चैंपियनशिप 2025 में इतिहास रच दिया। इस जीत के साथ भारत ने टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार मिक्स्ड टीम कैटेगरी में पदक सुनिश्चित किया है।
तीन घंटे तक चले इस रोमांचक क्वार्टरफाइनल में मेज़बान भारत ने कोरिया को 44-45, 45-30, 45-33 से मात दी और सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की। अब भारत का सामना मौजूदा एशियाई अंडर-19 मिक्स्ड टीम चैंपियन इंडोनेशिया से होगा, जिसने चीनी ताइपे को 45-35, 45-35 से हराया।
भारत की रणनीति सिंगल्स खिलाड़ियों पर आधारित थी, जबकि कोरिया अपनी डबल्स जोड़ी की ताकत पर निर्भर था। पहले सेट में भार्गव राम अरिगेला और विश्व तेज गोब्बुरु 5-9 से हार गए, लेकिन वेनाला के और रेशिका यू ने लड़कियों की डबल्स में 10-9 की जीत से वापसी की उम्मीद जगाई। इसके बाद रौनक चौहान ने 11-9 से जीत दर्ज की, जिससे भारत स्कोर में करीब पहुंचा।
हालांकि, सी लालरमसांगा और आन्या बिष्ट मिक्स्ड डबल्स में 4-9 से हार गए। इस समय सबकी उम्मीदें उन्नति हुड्डा पर टिक गईं। उन्हें अपनी प्रतिद्वंद्वी किम हान बी के 9 अंक तक पहुंचने से पहले 15 अंक बनाने थे। उन्नति ने दमदार शुरुआत की और 3-0 की बढ़त बनाई, लेकिन किम ने बराबरी की। लंबी रैलियों में उन्नति ने संघर्ष किया, 44-44 तक मैच पहुंचाया, मगर सर्विस नेट में चली गई और भारत पहला सेट 44-45 से हार गया।
दूसरे सेट में भारत ने दो बदलाव किए — गोब्बुरु की जगह लालरमसांगा और बिष्ट की जगह विशाखा टोप्पो को उतारा गया। इन बदलावों ने खेल की दिशा ही बदल दी। लड़कों की डबल्स में लालरमसांगा और भार्गव ने 9-7 से जीत दर्ज की, जबकि वेनाला और रेशिका ने बढ़त को छह अंकों तक बढ़ा दिया। भारत ने यह सेट 45-30 से अपने नाम किया।
तीसरे सेट में भी भारत ने शानदार शुरुआत की। लालरमसांगा और भार्गव ने 9-4 से बढ़त बनाई, हालांकि वेनाला और रेशिका कुछ समय बाद थकान से जूझीं। लेकिन रौनक चौहान ने 11-4 की निर्णायक जीत दर्ज की, जिससे भारत ने मैच पर पूरी तरह पकड़ बना ली। अंत में उन्नति हुड्डा ने किम हान बी को 9-4 से पराजित कर भारत के ऐतिहासिक जश्न की शुरुआत की।
भारत के डबल्स कोच इवान सोज़ोनोव (रूस) ने कहा, “गोब्बुरु और बिष्ट दबाव में थे, इसलिए हमने रणनीतिक बदलाव किए। लालरमसांगा ने शानदार प्रदर्शन किया और रौनक व उन्नति ने मानसिक रूप से बेहद मजबूत खेल दिखाया।”
बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (BAI) के महासचिव संजय मिश्रा ने कहा, “हमारा लक्ष्य मिक्स्ड टीम इवेंट में पदक जीतना था। खिलाड़ी पिछले कुछ महीनों से इसी वेन्यू पर अभ्यास कर रहे थे। मुझे गर्व है कि सभी खिलाड़ियों ने सही समय पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। हमें भरोसा है कि भारत इंडोनेशिया को हराकर फाइनल तक पहुंचेगा।”
भारत की यह ऐतिहासिक जीत भारतीय जूनियर बैडमिंटन इतिहास का स्वर्णिम अध्याय बन गई है। अब सभी निगाहें सेमीफाइनल में इंडोनेशिया के खिलाफ होने वाले मुकाबले पर टिकी हैं।