बैडमिंटन
बीएआई ने आयु धोखाधड़ी से निपटने के लिए सुधार योजना लागू की
इस सक्रिय पहल का उद्देश्य उम्र के रिकॉर्ड में किसी भी तरह की विसंगतियों को दूर करना और खेल में उचित प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करना है
भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने ‘स्वैच्छिक आयु सुधार योजना' (वीएआरएस) की शुरुआत के साथ पंजीकृत खिलाड़ियों के रिकॉर्ड में उम्र की धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा को खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस सक्रिय पहल का उद्देश्य उम्र के रिकॉर्ड में किसी भी तरह की विसंगतियों को दूर करना और खेल में उचित प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करना है। बीएआई ने बताया कि इस योजना के तहत पंजीकृत खिलाड़ी 20 दिन की अवधि के अंदर अपनी जन्मतिथि और उम्र में सुधार कर सकेंगे।
बीएआई की ‘स्वैच्छिक आयु सुधार योजना' (वीएआरएस) उन पंजीकृत खिलाड़ियों के लिए है जिनके पास मौजूदा समय में बीएआई का पहचान पत्र है, लेकिन उसमें जन्मतिथि गलत है या उम्र को लेकर कोई विसंगति हैं। इसके बाद उसके द्वारा स्वीकृत टूर्नामेंट में दोषी पाए गए खिलाड़ियों के खिलाफ कड़े कदम उठाये जायेंगे। यह योजना छह जून से शुरू होकर 25 जून तक चलेगी।
बीएआई के मुताबिक, ‘‘संघ ने हाल की आयु संबंधी धोखाधड़ी की शिकायतों और धोखाधड़ी के मामलों को गंभीरता से लिया है। इस मुद्दे से निपटने और सभी प्रतिभागियों के लिए एक समान मौका सुनिश्चित करने के लिए, बीएआई स्वीकृत टूर्नामेंट में आयु धोखाधड़ी के दोषी पाए गए खिलाड़ियों के खिलाफ कड़े कदम उठायेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आयु सत्यापन और दंड संहिता से जुडी जानकारी बीएआई की नयी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) में सूचीबद्ध हैं। इसे गुवाहाटी में 21 मई 2023 को आयोजित कार्यकारी समिति की बैठक और बीएआई की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में अनुमोदित किया गया है।’’
बीएआई ने कहा कि वह खिलाड़ियों द्वारा दिये गये आंकड़ों की गोपनीयता बनाए रखेगा और उसका इस्तेमाल उसके स्वीकृत टूर्नामेंटों से संबंधित उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। बीएआई ने कहा कि जो खिलाड़ी ‘वीएआरएस’ के दौरान अपनी आयु को सही करेंगे वे किसी भी स्वीकृत टूर्नामेंट से प्रतिबंधित नहीं होंगे। उन पर कोई जुर्माना भी नहीं लगेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘उन खिलाड़ियों के लिए जो वीएआरएस योजना का लाभ नहीं उठाते हैं और बाद में उम्र की धोखाधड़ी के दोषी पाए जाते हैं, उनकी बीएआई आईडी को 2 साल की अवधि के लिए निष्क्रिय कर दिया जाएगा। इन दोषी खिलाड़ियों को बीएआई और इसकी राज्य इकाइयों द्वारा आयोजित स्थानीय, जिला, राज्य, अखिल भारतीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट सहित देश भर में अधिकृत बैडमिंटन टूर्नामेंट में भाग लेने से 2 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।"