बैडमिंटन
Badminton World Championships: सिंधु की गैरमौजूदगी में लक्ष्य और प्रणय पर पदक जीतने की जिम्मेदारी, श्रीकांत और साइना पर भी होंगी निगाहें
सिंधू ने लगातार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में पांच पदक जीते हैं जिनमें 2019 में जीता गया स्वर्ण पदक भी शामिल है।
सोमवार से शुरू होने वाली विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में चोटिल होने के कारण भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु पिछले एक दशक में पहली बार बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाएगी। राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाली सिंधु को टखने में गंभीर चोट आई है। सिंधू ने लगातार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है, उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में पांच पदक जीते हैं जिनमें 2019 में जीता गया स्वर्ण पदक भी शामिल है। लेकिन अब उनकी गैरमौजूदगी में भारत के लिए पदक हासिल करने की जिम्मेदारी युवा बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन और अनुभवी एच एस प्रणय पर आ गई हैं। इन दो खिलाड़ियों के अलावा लोगों की निगाहें किदांबी श्रीकांत पर भी होंगी।
हाल ही में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में लक्ष्य ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से स्वर्ण जीता था। जिसके बाद से लोग उन्हें विश्व चैंपियनशिप में खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में देखते हैं। 20 वर्षीय लक्ष्य का मुकाबला डेनमार्क के दिग्गज हैंस-क्रिस्टियन सोलबर्ग विटिंगस से होगा।
लक्ष्य के अलावा राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य हासिल कर चुके किदांबी श्रीकांत से भी पदक की उम्मीद हैं। अगर श्रीकांत शुरुआती बाधाओं को पार कर लेते हैं तो क्वार्टर फाइनल में उनका मुकाबला दुनिया के पांचवें नंबर के मलेशियाई ली जिया जिया से हो सकता है। उन्हें 12वीं वरीयता दी गई है।
वहीं एच एस प्रणय पिछले कुछ समय से अपने प्रदर्शन में निरंतरता रखी है। वह तीन बार सेमीफाइनल और एक बार फाइनल में पहुंचे है जिसके बाद उनसे इस बार भी अच्छे प्रदर्शन को बरकरार रखने की उम्मीद की जा रही है।
बता दें भारत के तीनों पुरुष खिलाड़ी एक ही क्वार्टर में है और ऐसे में उनका आमना सामना हो सकता है। नौवीं वरीयता प्राप्त लक्ष्य तीसरे दौर में प्रणय से भिड़ सकते हैं। प्रणय को इससे पहले दूसरे दौर में दूसरी वरीयता प्राप्त मोमोटा को हराना होगा।
एकल स्पर्धा के अलावा पुरुष युगल स्पर्धा में भी भारतीय जोड़ी युगल में चिराग सेठी और सात्विक साइराज रंकीरेड्डी पर भी सभी की नजरें टिकी रहेंगी। भारतीय जोड़ी ने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण अपने नाम किया था। विश्व में सातवें नंबर की इस भारतीय जोड़ी को पहले दौर में बाई मिली है। दूसरे दौर में उनका मुकाबला मलेशिया के गोह वी शेम और टैन वी किओंग से हो सकता हैं।
पिछले कुछ समय से चर्चाओं के कम चल रहीं साइना नेहवाल भी पदक के लिए चुनौती पेश करेंगी। साइना ने विश्व चैंपियनशिप में एक रजत और एक कांस्य पदक जीता है लेकिन यहां उन्हें पदक जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। साइना पहले दौर में हांगकांग की चेउंग नगन यी से भिड़ेगी।
गौरतलब है कि भारत ने 2011 के बाद इस चैंपियनशिप में हमेशा पदक जीता है। जिस कारण इस साल भी लोगों को भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों से अधिक से अधिक पदक की उम्मीद हैं।