बैडमिंटन
Badminton Asia Championships: सात्विक- चिराग ने फाइनल में पहुंचकर इतिहास रचा
फाइनल में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी का सामना ओंग यू सिन और टियो ई यी की आठवीं वरीयता प्राप्त मलेशियाई जोड़ी से होगा
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली पुरुष युगल जोड़ी बन गई है।
भारतीय बैडमिंटन जोड़ी ने ओलंपिक चैंपियन ली यांग और वांग ची लिन की जोड़ी को पहले गेम में 21-18 से हराया, लेकिन दूसरे गेम में 13-14 के स्कोर के बाद चीनी ताइपे के शटलर को चोट लगने के कारण बाहर होना पड़ा।।
चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी महाद्वीपीय चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय पुरुष युगल जोड़ी है। 1971 के कांस्य पदक विजेता दीपू घोष और रमन घोष महाद्वीपीय चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली अंतिम भारतीय पुरुष युगल जोड़ी थे।
चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी महाद्वीपीय बैडमिंटन चैंपियनशिप में 1965 के बाद फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी भी हैं। इससे पहले साल 1965 में दिनेश खन्ना ने पुरुष एकल में स्वर्ण पदक जीता था।
रविवार को होने वाले फाइनल में उनका सामना ओंग यू सिन और टियो ई यी की आठवीं वरीयता प्राप्त मलेशियाई जोड़ी से होगा, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में जापान की ताकुरो होकी और युगो कोबायाशी की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी को 21-6, 26-24 से हराया।
सात्विक और चिराग ने इससे पहले क्वार्टर फाइनल में शुक्रवार को इंडोनेशिया के मोहम्मद अहसान और हेंड्रा सेतियावान की अनुभवी जोड़ी को 21-11 21-12 से हराकर इतिहास रचा था। यह प्रतियोगिता के 52 साल के इतिहास में पहला अवसर है जबकि भारतीय पुरुष युगल जोड़ी ने पदक पक्का किया।
इस प्रतियोगिता में भारत का दारोमदार सात्विक और चिराग पर ही टिका है क्योंकि पीवी सिंधु और एचएस प्रणय एकल में क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाए थे।