कुश्ती
भारतीय सितारे जिनपर सितंबर में रहेगी सभी की निगाहें क्योंकि ये हैं इस महीने की सबसे बड़ी उम्मीद
अगस्त का महीना भारतीय खेलों के लिए शानदार रहा था, जहां पी वी सिंधु से लेकर हिमा दास, मोहम्मद अनस जैसे सितारों ने देश का नाम रोशन किया था। सितंबर में भी इसी तरह कई बड़े सितारों के कंधों पर है भारत की उम्मीदें तो कई ऐसे युवा भी हैं जो बन सकते हैं सितारे।
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सितंबर में बैडमिंटन, मुक्केबाज़ी, रेसलिंग और एथलेटिक्स में एक बार फिर कई भारतीय सितारों पर सभी की निगाहें होंगी। चलिए एक नज़र डाल लेते हैं भारत के उन सितारों पर जिनपर सितंबर में होगी सभी की निगाहें।
मीराबाई चानू
19 सितंबर से थाईलैंड के पटाया में होने वाली वर्ल्ड वेटलिफ़्टिंग चैंपियनशिप में मनीपुर की 25 वर्षीय मीरा बाई चानू पर होगा उम्मीदों का भारी भार। मीराबाई ने इससे पहले भी वर्ल्ड वेटलिफ़्टिंग में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और ये इस बार उनका चौथा अनुभव होगा। यही वजह है कि मीराबाई चानू से सभी को काफ़ी उम्मीदें हैं।
इसस पहले भी 2017 वर्ल्ड वेटलिफ़्टिंग चैंपियनशिप में मीराबाई चानू ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था, उन्हें ये गोल्ड मेडल अमेरिका में हुई प्रतियोगिता के दौरान 48 किग्रा वर्ग में मिला था। चोट के बाद वापसी कर रही मीराबाई चानू के लिए ये साल अच्छा रहा है, थाईलैंड में आयोजित EGAT कप और कॉमनवेल्थ सीनियर वेटलिफ़्टिंग चैंपियनशिप में मीराबाई ने स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।
अमित पंघल
एशियन गेम्स में गोल्ड मेडलिस्ट अमित पंघल मुक्केबाज़ी दल की अगुवाई करेंगे, जिसमें मनीष कौषिक भी शामिल होंगे मनीष ने 4 बार के एशियन चैंपियन शिवा थापा को ट्रायल्स में शिकस्त देकर सुर्ख़ियों में रहे थे।
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अहम बात ये है कि अमित पंघल ने पहली बार ही एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था और उन्होंने मौजूदा ओलंपिक चैंपियन को हराकर प्रतियोगिता जीता था। लिहाज़ा इस युवा खिलाड़ी से पूरे देश को उम्मीद है।
विनेश फ़ोगाट
वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में इस बार सभी को सबसे ज़्यादा उम्मीदें भारतीय महिला पहलवान विनेश फ़ोगाट से हैं, विनेश ने कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता है। और उसी बेहतरीन फ़ॉर्म को अब विनेश वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में भी दोहराने के इरादे से उतरेंगी।
25 वर्षीय इस महिला रेसलर ने पिछले एक सालों में एक के बाद एक तीन गोल्ड मेडल अपने नाम किए हैं। उन्होंने पोलैंड, स्पेन और तुर्की में स्वर्ण पदक जीता जबकि एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में भी फ़ोगाट के नाम कांस्य पदक था।
हालांकि पिछली बार फ़ोगाट वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में कुछ ख़ास नहीं कर पाईं थी लेकिन उन यादों को वह इस बार पीछे छोड़ने के इरादे से कुश्ती के दंगल में उतरेंगी।
बजरंग पुनिया
इसी कड़ी में अगला नाम आता है एक और भारतीय पहलवान बजंरग पुनिया का, जिन्हें हाल ही में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से भी नवाज़ा गया था। बजरंग पुनिया अपने जीवन के बेहतरीन फ़ॉर्म से इन दिनों गुज़र रहे हैं। 2018 में हुए वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में भी बजरंग पुनिया ने रजत पदक जीता था जिसे इस बार वह स्वर्ण में बदलना चाहेंगे।
25 वर्षीय इस पहलवान का ये छठा वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप अनुभव होगा, हरियाणा के इस रेसलर के फ़ॉर्म का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता रहे हैं।
पी वी सिंधु
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BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप का ख़िताब जीतकर इतिहास रचने वाली पहली बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियन पी वी सिंधु सितंबर में भी कोर्ट पर नज़र आएंगी। 17 सितंबर से शुरू हो रहे चाइना ओपन में सिंधु सुपर 1000 इवेंट में एक बार फिर गोल्ड पर निशाना लगाना चाहेंगी। पिछले महीने हुए वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में ताई ज़ू येंग और शेन यू फ़े को शिकस्त देने के बाद इस भारतीय महिला शटलर ने सभी की उम्मीदों में और भी इज़ाफ़ा कर दिया है।