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एथलेटिक्स

ट्रांसजेंडर एथलीटों पर लगा बड़ा प्रतिबंध, महिला एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं में नहीं ले सकेंगे अब हिस्सा

डब्ल्यूए अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी ट्रांसजेंडर एथलीट को 31 मार्च से महिला विश्व रैंकिंग प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

ट्रांसजेंडर एथलीटों पर लगा बड़ा प्रतिबंध, महिला एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं में नहीं ले सकेंगे अब हिस्सा
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Pratyaksha Asthana

Published: 25 March 2023 2:28 PM GMT

ट्रांसजेंडर एथलीटों को लेकर खेलों की अंतरराष्ट्रीय संस्था विश्व एथलेटिक्स ने बड़ा फैसला लिया हैं। विश्व एथलेटिक्स ने ट्रांसजेंडर महिलाओं को महिला ट्रैक और फील्ड स्पर्धा में हिस्सा लेने पर रोक लगा दी हैं। विश्व एथलेटिक्स के अध्यक्ष सेबेस्टियन कोए ने एक बयान जारी करते हुए इस बात की जानकारी दी। कोए ने कहा कि किसी भी ट्रांसजेंडर एथलीट को 31 मार्च से महिला विश्व रैंकिंग प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

ग्लोबल ट्रैक एंड फील्ड फेडरेशन की मीटिंग के बाद कोए ने कहा कि विश्व एथलेटिक्स ने ट्रांसजेंडर एथलीटों के मुद्दे के बारे में 40 राष्ट्रीय महासंघों, अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति और ट्रांस समूहों सहित हितधारकों के साथ परामर्श किया था।

उन्होंने बताया कि मीटिंग में अधिकांश ने कहा कि ट्रांसजेंडर एथलीटों को महिला वर्ग में प्रतिस्पर्धा नहीं करनी चाहिए। एक लाइन में कहा जाए तो महिला ट्रांसजेंडरों, जो कि कभी पुरुष थे, को महिला एथलीटों पर शरीरिक रूप से मजबूत माना जाता है।

उन्होंने कहा, "शारीरिक लाभों को ध्यान में रख कर लिया गया है। डब्लयूए ने ये कहा कि पुरुष और महिला एथलीटों के लिए वर्गीकरण का नियम है। हमने ये नियम इसी वर्गीकरण को ध्यान में रखते हुए बनाया है।"

हालांकि विश्व एथलीट परिषद ने ट्रांसजेंडर के खेलों में शामिल होने के मुद्दे पर विचार करने की बात कही है।

कोए ने कहा, "हम हमेशा के लिए 'ना' नहीं कह रहे हैं। हम इसमें शारीरिक प्रदर्शन और पुरुष लाभ को लेकर आने वाले वर्षों में वैज्ञानिक आधार पर फैसला कर सकते हैं। जैसे ही इस बात का सबूत मिलेगा कि ट्रांसजेंडर को शारीरिक रूप से फायदा नहीं मिल रहा है तो हम अपनी स्थिति की समीक्षा करेंगे। हमारा मानना है कि एथलेटिक्स में महिला वर्ग की अखंडता सर्वोपरि है।"

बता दें पिछले नियमों के मुताबिक खेल में शामिल होने के लिए डब्लयूए ने ट्रांसजेंडर महिलाओं के हार्मोन के लेवल को एक पैमाना माना था। ट्रांसजेंडर महिलाओं के रक्त में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा को 5 नैनोमोल्स प्रति लीटर तक होने पर ही खेल में शामिल होने की इजाजत थी। नियम कहते है खेल में शामिल होने के 12 महीने पहले तक ये लेवल इतना ही होना जरूरी था।

लेकिन इस साल जनवरी में नियमों में कुछ बदलाव हुआ। साल 2023 की शुरुआत में डब्ल्यूए ने ट्रांसजेंडर महिलाओं के लिए पहले के नियम में थोड़ा बदलाव किया। डब्ल्यूए के इस नियम के मुताबिक ट्रांसजेंडर महिलाओं को महिला श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति तभी थी जब उनके शरीर में रक्त टेस्टोस्टेरोन का लेवल दो साल के लिए 2.5nmol / L आए।

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