एथलेटिक्स
नीरज चोपड़ा ने अपना बेशकीमती भाला ओलंपिक संग्रहालय को उपहार में दिया, टोक्यो ओलंपिक में इसी भाले से जीता था स्वर्ण
इस संग्रहालय में 120 वर्षों का समृद्ध संग्रह है, जिसमें अभिनव बिंद्रा की 2008 बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली राइफल भी शामिल है।
भारतीय स्टार एथलीट और टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक नीरज चोपड़ा ने टोक्यो में जिस भाले से स्वर्ण जीता था वह भाला ओलंपिक संग्रहालय को उपहार में दे दिया हैं। पिछले साल ओलंपिक खेलों की ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा में पदक जीतने वाले भारत के पहले एथलीट बने नीरज ने भाला फेक स्पर्धा में 87.58 मीटर की दूरी के साथ यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी।
भारतीय स्टार ने अपने जिस बेशकीमती भाले से यह उपलब्धि हासिल की थी वह उन्होंने शनिवार को संग्रहालय को सौंप दिया।
चोपड़ा ने इस दौरान कहा, "मैं इस अवसर के लिए आभारी हूं। ओलंपिक संग्रहालय की पवित्र दीर्घाओं में शामिल होना एक सौभाग्य की बात है, एक ऐसा स्थान जहां ओलंपिक इतिहास के सबसे प्रतिष्ठित क्षणों को प्रदर्शित किया जाता है।"
बता दें इस संग्रहालय में 120 वर्षों का समृद्ध संग्रह है, जिसमें अभिनव बिंद्रा की 2008 बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली राइफल भी शामिल है। बिंद्रा ने 2008 में व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण जीता था, और ऐसा करने वाले पहले भारतीय बने थे।
आईओसी एथलीट आयोग के सदस्य बिंद्रा ने कहा,"इस पल को देखने और नीरज के साथ साझा करना खुशी की बात है।"
उन्होंने कहा, "टोक्यो में नीरज के कारनामों ने लाखों लोगों को प्रेरित किया और मुझे खुशी है कि उनका भाला अब ओलंपिक संग्रहालय में मेरी राइफल में शामिल हो जाएगा, जो अब तक भारतीय कंपनी के मामले में थोड़ा अकेला रहा है।"
गौरतलब है कि ओलंपिक विरासत को संरक्षित करने के मकसद से शुरू किये गये इस संग्रहालय का प्रबंधन अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की विरासत टीम करती है।