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एथलेटिक्स

डायमंड लीग चैंपियन का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने नीरज चोपड़ा

ओलिंपिक से लेकर विश्व चैंपियनशिप तक, अपनी प्रतिभा का शानदार नजारा पेश करने के बाद नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग में भी अपना और भारत का नाम रोशन कर दिया है

Neeraj Chopra Javelin Throw
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नीरज चोपड़ा 

By

Bikash Chand Katoch

Updated: 8 Sep 2022 10:05 PM GMT

ओलिंपिक चैंपियन और भारतीय एथलेटिक्स की सबसे बड़ी पहचान नीरज चोपड़ा ने एक और ऐतिहासिक सफलता हासिल कर ली है। ओलिंपिक से लेकर विश्व चैंपियनशिप तक, अपनी प्रतिभा का शानदार नजारा पेश करने के बाद नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग में भी अपना और भारत का नाम रोशन कर दिया है। नीरज चोपड़ा ने गुरुवार को स्विट्जरलैंड में ज्यूरिख डायमंड लीग फाइनल 2022 का खिताब जीता और ऐसा करने वाले वह भारत के पहले एथलीट बन गए। इसके साथ ही उन्होंने भारत के लिए एक और उपलब्धि हासिल की।

बता दें कि इस सीजन में डायमंड लीग इवेंट की एक सीरीज के माध्यम से कुल छह फाइनलिस्ट ज्यूरिख में ग्रैंड फाइनल में हिस्सा लिए। वर्ल्ड चैंपियन एंडरसन पीटर्स की गैरहाजिरी के कारण नीरज की जीत और भी ज्यादा पक्की लग रही थी और भारतीय सितारे ने करोड़ों फैंस को निराश भी नहीं किया।

नीरज की शुरुआत हालांकि, अच्छी नहीं रही और उनका पहला ही प्रयास फाउल रहा।भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी ने अपने दूसरे प्रयास में 88.44 मीटर का थ्रो किया और अपने अगले थ्रो में 88.00 मीटर को छुआ। इसके बाद चोपड़ा ने अपने चौथे प्रयास में 86.11 का रिकॉर्ड थ्रो किया और पांचवें और अपने अंतिम प्रयास में 87.00 मीटर और 83.60 मीटर थ्रो के साथ इस मुकाबले का समापन किया। हालांकि, 90 मीटर का बैरियर तोड़ने के लिए अभी भी नीरज को इंतजार करना होगा।

नीरज चोपड़ा ने 2016 डायमंड लीग चैंपियन और टोक्यो 2020 के रजत पदक विजेता चेक रिपब्लिक के जैकब वाडलेज को हराकर यह खिताब अपने नाम किया। वाडलेज अपने सीजन के 90.88 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो से काफी पीछे रह गए और 86.94 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ दूसरे स्थान पर रहे।

मौजूदा यूरोपीय चैंपियन जर्मनी के जूलियन वेबर 83.73 मीटर थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे। उनके बाद यूएसए के कर्टिस थॉम्पसन (82.40 मीटर), लातविया के पैट्रिक गेलम्स (80.44 मीटर) और पुर्तगाल के राष्ट्रीय चैंपियन लिएंड्रो रामोस (71.96 मीटर) थे।

इससे पहले, चोपड़ा ने डायमंड लीग श्रृंखला का लुसाने लेग जीतकर और दो दिवसीय फाइनल के लिए क्वालीफाई करके एक महीने की चोट के बाद शानदार वापसी की थी। जुलाई में संयुक्त राज्य अमेरिका में विश्व चैंपियनशिप में रजत जीतने वाले प्रदर्शन के दौरान उनकी कमर में मामूली चोट के कारण वह बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों (28 जुलाई से 8 अगस्त) से चूक गए थे। फाइनल में प्रत्येक डायमंड डिसिप्लिन के विजेता को 'डायमंड लीग चैंपियन' का ताज पहनाया गया।

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