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डायमंड लीग: फाइनल मुकाबले में इतिहास रचने उतरेंगे खिताब के प्रबल दावेदार नीरज चोपड़ा
नीरज ने डायमंड लीग सीरीज का लुसाने चरण जीतकर यहां दो दिवसीय फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया। जिसके बाद वह लुसाने में डायमंड लीग का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने थे।
भारत के स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा एक बार इतिहास रचने के लिए तैयार हैं। टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज गुरुवार को डायमंड लीग के फाइनल मुकाबले में स्वर्ण हासिल करने के लिए उतरेंगे। नीरज ने डायमंड लीग सीरीज का लुसाने चरण जीतकर यहां दो दिवसीय फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया। जिसके बाद वह लुसाने में डायमंड लीग का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बने थे।
दरअसल, जुलाई के महीने में अमेरिका में हुई विश्व चैंपियनशिप के दौरान नीरज को चोट आई थी जिस वजह से वह बर्मिंघम में हुए राlष्ट्रमंडल खेलों में भी हिस्सा नहीं ले पाए थे। हालाकि विश्व चैंपियनशिप में नीरज ने रजत पदक अपने नाम किया था।
चोट के बाद नीरज ने ब्रेक लिया और ठीक होकर जोरदार वापसी करते हुए 26 जुलाई को लुसाने में अपने पहले ही प्रयास में भाले को 89.08 मीटर तक फेंककर खिताब अपने नाम किया था। जहां उन्होंने अपने करियर का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। 24 वर्षीय युवा खिलाड़ी की नजरें अब अपने पहले डायमंड लीग के फाइनल के खिताब पर होंगी।
बता दें उन्होंने 2017 और 2018 में भी फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था और क्रमश: सातवें और चौथे स्थान पर रहे। फाइनल के विजेता को 'डायमंड लीग चैंपियन' का ताज पहनाया जाता है।
चोपड़ा के सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी चेक गणराज्य के ओलंपिक रजत पदक विजेता याकुब वाडलेज होंगे जिन्हें भारतीय खिलाड़ी ने लुसाने में भी पछाड़ा था। इस सत्र में 90 मीटर से अधिक थ्रो करने वाले वाडलेज ने लुसाने में 85.88 मीटर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इस सत्र में 90 मीटर से अधिक थ्रो करने वाले वाडलेज ने लुसाने में 85.88 मीटर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।