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एथलेटिक्स

कैंसर जैसी बीमारी से जूझने के बाद 63 साल की मोरजिना ने जीता रजत पदक, जानिए उनके संघर्ष की पूरी कहानी

मोरजिना बेगम ने बीते 12 फरवरी को नेशनल मास्टर्स एथलेटिक्स के 4 गुणा 100 मीटर रिले रेस में रजत पदक जीता।

कैंसर जैसी बीमारी से जूझने के बाद 63 साल की मोरजिना ने जीता रजत पदक, जानिए उनके संघर्ष की पूरी कहानी
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Pratyaksha Asthana

Updated: 26 Feb 2023 12:01 PM GMT

नेशनल मास्टर्स एथलेटिक्स इवेंट की 4 गुणा 100 मीटर रिले रेस में रजत पदक जीतने वाली एथलीट मोरजिना बेगम आज लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत साबित हुई हैं। 63 साल की मोरजिना के संघर्ष की कहानी यह सिखाती है कि हमें अपने हौसलों को कभी कम नहीं होने देना चाहिए भले कितनी भी मुश्किलें क्यों न आ जाए। असम की रहने वाली मोरजिना ने 35 साल की उम्र में एथलीट बनने का तय किया।

मोरजिना ने अपनी ही बेटी से कोचिंग लेनी शुरू की जो कि खुद नेशनल लेवल की एथलीट हैं। 2010 से ही मोरजिन अलग-अलग एथलेटिक्स इवेंट्स में हिस्सा ले रही हैं। लेकिन 2018 में बड़ा झटका लगा जब उन्हें चला कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर है।

कैंसर जैसी भयंकर बीमारी का उन्होंने डटकर सामना किया और 3 साल इससे जूझने के बाद एक बार फिर ट्रैक पर वापसी कर ली।

मोरजिना के जज्बे को देखते हुए डॉक्टर्स ने भी उन्हें अनुमति दे दी। हालाकि उनकी हालत को देखकर फेडरेशन इस बात के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थी, लेकिन मोरजिना ने अपने विश्वास से उन्हें भी झुका लिया।

सारी परेशानियों को पार करके 63 साल की जाबाज़ एथलीट ने वापसी की और बीते 12 फरवरी को नेशनल मास्टर्स एथलेटिक्स इवेंट में रजत अपने नाम करके सबको बता दिया कि वह खेल के लिए अभी भी पूरी तरह फिट हैं।

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