एथलेटिक्स
WADA को है NDTL पर शक, क्या NDTL सच में डोप टेस्ट का रिज़ल्ट बदल रहा है?
सालों से चल रहे इस लुक्का छुप्पी के खेल में WADA ने एक कड़ा निर्णय लेते हुए NDTL पर प्रतिबन्ध लगा दिया है| यह कोई जल्दबाज़ी में लिया गया फैसला नहीं है बल्कि WADA की कई चेतावनियों को अनदेखा करने की वजह से लिया गया फ़ैसला है| NDTL (नेशनल डोप टेस्टिंग लेबोरेटरी) की लापरवाही की वजह से यह निर्णय लिया गया है|
हालांकि खेल मंत्री किरन रिजिजू ने एक अंग्रेजी अख़बार को दिए बयान में कहा है कि "हम इस प्रतिबन्ध के खिलाफ अपील कर रहे हैं और प्रोसेस चल रहा है| मैं मानता हूँ कि पहले कुछ साल लापरवाहियां हुई हैं पर अब सब ठीक है, हमने कुछ सुधार किया है और ऐसे में उनका यह कदम उठाने के पीछे की वजह समझ से परे है|"
स्पोर्ट्स सेक्रेटरी, राधे श्याम ने WADA पर आरोप लगते हुए कहा कि इस कदम के पीछे बिज़नेस मोटिव है| हम उनकी शिकायतों पर कार्रवाई उनके सितम्बर के विजिट के बाद ही कर चुके थे| पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देश अपने सैम्पल्स की जाँच NDTL में ही करवाते थे पर अब, ओलंपिक्स के पहले इस कदम की वजह से, भारत के लिए दिक्कतें बढ़ गयी है|
हालांकि NADA इस बात से भी मुँह नहीं मोड़ सकता कि इस साल NDTL के केवल 8 करोड़ की रकम सुनिश्चित की गयी है जो वर्ल्ड क्लास इक्विपमेंट खरीदने के लिए काफी नहीं है| जाहिर है यह बात उनके खिलाफ ही इशारा करती है|
इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष, नरिंदर बत्रा ने भी इस कदम की पुष्टि करते हुए कहा है कि ओलंपिक्स के 11 महीने पहले इस कदम ने बड़ी दुविधा खड़ी कर दी है| समिति के पास इतना पैसा नहीं है की वह सैम्पल्स बहार टेस्ट के लिए भेज सकें|"
अपील के बाद अब देखना यह बाकि है कि WADA अपना यह निर्णय बदलती है या नहीं और इस निर्णय से भारतीय खिलाडियों के ओलंपिक्स में भाग लेने में क्या दिक्कतें आएंगी|