एथलेटिक्स
भारत की 'सोन'चिड़िया हिमा दास वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप से बाहर – सूत्र
भारत की ‘सोन’चिड़िया के नाम से मशहूर हिमा दास जिनसे एथलिक्स वर्ल्ड चैंपियनशिप में सबसे ज़्यादा उम्मीदे हैं, अब ख़बरों की मानें तो वह इस बड़ी प्रतियोगिता से बाहर हो गई हैं।
द ब्रिज को जो सूत्रों के हवाले से ख़बर मिल रही है उसके मुताबिक़ दोहा में होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में वह चोट की वजह से नहीं हिस्सा ले पाएंगी। 19 वर्षींय इस प्रतिभाशाली धावक को पिछले कुछ समय पहले चोट आई थी जिससे वह अब तक नहीं उबर पाईं हैं। हालांकि इससे पहले हिमा दास वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 400 मीटर इवेंट रेस में क्वालिफ़ाई करने से चूक गईं थी।
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इसके बाद 9 सितंबर को भारतीय एथलीट संघ द्वारा जारी की नामों की सूची में हिमा दास शामिल थीं, लेकिन उनका नाम 4X400 मीटर रिले रेस में शामिल था। इसके अलावा उन्हें 4X400 मीटर मिक्सड रिले रेस में भी हिस्सा लेना था।
अब अगर ये रिपोर्ट सच साबित होती है और सही मायनों में भारत की ये धावक वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप से बाहर होती हैं तो फिर एथलेटिक्स संघ पर भी कई सवाल खड़े होंगे। ख़ास तौर से जब टोक्यो ओलंपिक्स में एक साल से भी कम का वक़्त बचा है ऐसे में अपने दिग्गज और पदक की बड़ी उम्मीदों की फ़िट्नेस पर ध्यान क्यों नहीं दिया जा रहा।
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अहम ये है कि अगर हिमा दास वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप से बाहर होती हैं तो फिर उनके टोक्यो ओलंपिक में क्वालिफ़ाई करने की उम्मीदों पर भी विराम लग जाएगा। हिमा दास ने इस सीज़न का अपना बेस्ट प्रदर्शन क्ज़ेच रिपब्लिक में दिया था जब उन्होंने 52.09 सेकंड्स के साथ गोल्ड मेडल जीता था।
जबकि हिमा दास के करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 50.79 रहा है जो उन्होंने पिछले साल हुए जकार्ता एशियन गेम्स में किया था। इसमें कोई शक़ नहीं है कि हिमा दास ने एक महीने के अंदर 6 गोल्ड मेडल जीतते हुए ख़ूब सुर्ख़ियां बटोरीं और भारत की ‘सोन’चिड़िया के नाम से मशहूर हो गईं लेकिन हमें ये भी मानना होगा कि उनका प्रदर्शन और टाइमिंग ओलंपिक क्वालिफ़ाई करने के लिए बहुत कम है।