भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने क़तर के शहर दोहा में 21 से 24 अप्रैल के बीच होने वाली 23वी एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के भारतीय दल का चयन कर लिया है महासंघ द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार यह चयन पूर्व ओलिंपियन जी. एस. रांधवां की अध्यक्षता में चयन समिति द्वारा किया गया। भारतीय दल में कुल 25 पुरुष एव 26 महिला खिलाड़ियों को शामिल किया गया है।
महासंघ के अध्यक्ष आदिल जे सुमरिवाला ने कहा है कि “चयन समिति ने हाल ही में हुए इंडियन ग्रैंड प्रिक्स सीरीज के चारो चरणों एवं पटियाला में हुए 23वे फेडरेशन कप के परिणामों पर चर्चा की। इसके आधार पर भारतीय दल का चयन तीन ग्रुप्स में किया गया हैप्रथम ग्रुप में वह खिलाड़ी है जिन्होंने महासंघ द्वारा कराये गए विभिन्न शिविरों में हिस्सा लिया था, दूसरे ग्रुप में वह खिलाड़ी है जो महासंघ द्वारा कराये गए विभिन्न शिविरों का हिस्सा नहीं थे एवं उन्हें 13 अप्रैल को दल के दोहा जाने से पहले कन्फर्मेटरी ट्रायल्स देने होंगे, तीसरे ग्रुप में उन धावकों को रखा गया है जो दोनों पुरुषों और महिलाओं की 4×100 मीटर रिले रेस का हिस्सा होंगे। दोनो 4×100 मीटर रिले दलों को भी कन्फर्मेटरी ट्रायल्स देने होंगे।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने इससे पूर्व एशियाई चैंपियनशिप के लिए एक क्वालीफाइंग दिशानिर्देश जारी किया था, जिसके अनुसार प्रत्येक इवेंट केलिए एक अनिवार्य क्वालिफिकेशन मार्क निर्धारित किया गया था एवं भारतीय दल का हिस्सा बनने के लिए खिलाड़ियों को यह मार्क हासिल करना था। महासंघ ने प्रशिक्षकों, विशेषज्ञों एवं चयन समिति की सलाह पर कुछ एलीट खिलाड़ियों को इस क्वालिफकेशन प्रक्रिया से बाहर रखा था तथा उनका चयन पूर्णतः चयन समिति को दिया गया था।
एशियाई एथलेटिक्स भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है, इस प्रतियोगिता के स्वर्ण पदक विजेता इस साल के अंत में होने वाली 2019 आई ए ए एफ विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर जायेंगे। इससे पूर्व नितेन्द्र सिंह रावत, गोपी टी. (दोनों पुरुष मैराथन), सुधा सिंह (महिला मैराथन), अन्नू रानी (महिला जेवलिन थ्रो), धरुन अय्यास्वामी (पुरुष 400 मीटर हर्डल्स), अविनाश साबले (पुरुष 3000 मीटर स्टीपलचेज़) तथा के टी इरफ़ान,के गणपति, देविंदर सिंह(तीनों पुरुष रेस वाकिंग) ने ऑटोमैटिक क्वालिफिकेशन मार्क हासिल करके विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
भारत ने अब तक विभिन्न एशियाई चैंपियनशिप में कुल मिलाकर 310 पदक जीते है जिसमे से 85 स्वर्ण पदक है इससे पूर्व 2017 में भुबनेश्वर में आयोजित हुयी एशियाई चैंपियनशिप में भारत ने पदक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल करते हुए कुल 29 पदक हासिल किये थे जिसमे से 12 स्वर्ण पदक थे,ये भारत का एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
राष्टीर्य रिकॉर्डधारी हिमा दास, दुती चंद, अन्नू रानी, नीरज चोपड़ा, मुहम्मद अनस, जिनसन जॉनसन, धरुन अय्यास्वामी, अविनाश साबले, तजिंदर पाल सिंह तूर ने भारतीय दल में अपनी जगह बनायीं है।डिस्कस थ्रोअर सीमा पुनिया एवं ट्रिपल जम्पर अरपिंदर सिंह ने विश्व चैंपियनशिप को केंद्रित करते हुए एशियाई चैंपियनशिप से बाहर रहने का फैसला किया है।
भारतीय टीम कुछ इस प्रकार है:
पुरुष:
4×400 मीटर रिले: अरोकिया राजीव, मुहम्मद अनस, पी कुंहु मुहम्मद, जीवन के एस, जीतू बेबी, अलेक्स ए
4×100 मीटर रिले: गुरिंदर वीर सिंह, हरजीत सिंह, शिवा कुमार, वी के एलाकिया दसन, गुरलाल सिंह, सैफीकुल मोंडल (कन्फर्मेटरी ट्रायल्स पर निर्भर)
800 मीटर: जिनसन जॉनसन, मंजीत सिंह
1500 मीटर: जिनसन जॉनसन, अजय कुमार सरोज
3000 मीटर स्टीपल स्टीपलचेज़: अविनाश साबले, शंकरलाल स्वामी
400 मीटर हर्डल्स: धरुन अय्यास्वामी, जबीर एम पी
5000/10000 मीटर: गवित मुरली कुमार, अभिषेक पाल (कन्फर्मेटरी ट्रायल्स पर निर्भर)
ट्रिपल जम्प: प्रवीण चित्रावेल (कन्फर्मेटरी ट्रायल्स पर निर्भर)
शॉट पुट: तेजिंदरपाल सिंह तूर
जेवलिन थ्रो: नीरज चोपड़ा, शिवपाल सिंह
महिला:
4×400 मीटर रिले: हिमा दास, एम आर पूवम्मा, सरिताबेन गायकवाड़, जिसना मैथ्यु, विस्मय वी के, सोनिया बैश्य
4×100 मीटर रिले: दुती चंद, अर्चना सुसीनद्रन, रंगा के, हिना, रेवती बी, धनलक्ष्मी एस (कन्फर्मेटरी ट्रायल्स पर निर्भर)
200 मीटर: दुती चंद
800 मीटर: गोमती मरीमुथु, ट्विंकल चौधरी (कन्फर्मेटरी ट्रायल्स पर निर्भर)
1500 मीटर: लिली दास, पी यु चित्रा
3000 मीटर स्टीपल स्टीपलचेज़: सुधा सिंह, पारुल चौधरी (कन्फर्मेटरी ट्रायल्स पर निर्भर)
400 मीटर हर्डल्स: सरिताबेन गायकवाड़
400 मीटर हर्डल्स: अर्पिता एम (कन्फर्मेटरी ट्रायल्स पर निर्भर)
5000 मीटर: पारुल चौधरी (कन्फर्मेटरी ट्रायल्स पर निर्भर)
10000 मीटर: संजीवनी जाधव (नाडा से मंजूरी पर निर्भर)
डिस्कस थ्रो: कमलप्रीत कौर, नवजीत कौर (कन्फर्मेटरी ट्रायल्स पर निर्भर)
जेवलिन थ्रो: अन्नू रानी
जेवलिन थ्रो: कुमारी शर्मीला (कन्फर्मेटरी ट्रायल्स पर निर्भर)
हेप्टाथलान: स्वप्ना बर्मन, पूर्णिमा हेमब्राम
लॉन्ग जम्पर मुरली श्रीशंकर अपनी टखने की चोट कि वजह से फेडरेशन कप में हिस्सा नहीं ले पाए थे तथा उन्होंने महासंघ से कन्फर्मेटरी ट्रायल्स तक का समय माँगा था ताकि वे पूरी तरह से फिट होकर अपना प्रदर्शन दे सके। उन्होंने बाद में महासंघ को अवगत भी कराया था कि वह वापस से प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए फिट है, लेकिन चयन समिति ने मुरली श्रीशंकर की चोट की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए उन्हें दल में शामिल नहीं किया, समिति की राय थी कि यदि श्रीशंकर इतनी जल्दी वापसी करते है तो उनकी चोट फिर से बढ़ सकती है।
संजीवनी जाधव का चयन नाडा की अनुमति पे टिका हुआ है, उन्हें प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन करने का दोषी पाया गया था, चूँकि नाडा ने अभी तक उन पर कोई आधिकारिक प्रतिबन्ध नहीं लगाया है इसलिए उनका नाम भारतीय दल के लिए चुना गया है, संजीवनी ने फेडरेशन कप में 10000 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण पदक भी जीता था।
हाई जम्पर तेजस्विन शंकर को भी दल में शामिल नहीं किया गया है, उन्होंने गत माह ही टेक्सास में हुयी बिग 12 कॉलेजिएट मीट में 2.28 मीटर की ऊंचाई को पार किया था जो की महासंघ द्वारा रखे गए क्वालिफिकेशन मार्क से ऊपर था।
ट्रिब्यून न्यूज़ सर्विस के एक आर्टिकल के अनुसार महासंघ के अध्यक्ष सुमरिवाला ने तेजस्विन के दल में शामिल न होने के पीछे कारण उनका इंडियन ग्रैंड प्रिक्स एवं फेडरेशन कप में से किसी भी प्रतियोगिताओं में भाग न लेना बताया है। Scroll.in में लिखे एक आर्टिकल के अनुसार सुमरिवाला ने कहा कि “हमने उन्हें पहले ही इस बारे में अवगत करा दिया था कि उन्हें कम से कम किसी एक प्रतियोगिता में हिस्सा लेना ज़रूरी होगाचूँकि वो यह कर नहीं पाए इसलिए उनका चयन भारतीय दल के लिए नहीं किया गया। न तो वो TOPS में शामिल है। न ही पदक के दावेदार है न ही कोई मूल्यवान राष्ट्रीय चैंपियन है।”
इसके बाद तेजस्विन ने ट्विटर के माध्यम से अपनी नाराज़गी जाहिर की। उन्होंने ट्विटर पे अपने आकउंट पे लिखा कि “मै समझ सकता हूँ कि मै महासंघ द्वारा कराये गए फेडरेशन कप में हिस्सा नहीं ले पाया था और यदि यह मेरे भारतीय दल के लिए चयन न किये जाने के पीछे कारण था तो मै इसका सम्मान करता हूँ। लेकिन यदि महासंघ के अध्यक्ष ये सोच रखते है तो मुझे यह कहते हुए दुःख हो रहा है कि उन्हें मुझे इस आधार पर मुझे काबिल कहने या न कहने का कोई अधिकार नहीं है।”
I understand that I couldn’t take part in the fed cup organised by @afiindia & if that’s why I wasn’t considered for selection then I respect that decision. But if this is what Prez @Adille1 believes then I’m sorry to say but he has no right to judge if I am good enough or no. pic.twitter.com/cgCpncMSpu
— Tejaswin Shankar (TJ) (@TejaswinShankar) March 20, 2019
तेजस्विन इस समय कंसास स्टेट यूनिवर्सिटी में छात्रवृत्ति पर पढ़ रहे है। उन्होंने महासंघ को इस बारे में पहले ही लिखित में सुचना दे दी था कि परीक्षाओं कि वजह से वो फेडरेशन कप में हिस्सा नहीं ले पाएंगे, हालाँकि फेडरेशन ने उनके इस निवेदन को अनुमति नहीं दी थी।
इसके बाद सुमरिवाला ने खुद ट्विटर के माध्यम से लिखा कि उनके बयान को गलत तरीके से लिखा गया था एवं तेजस्विन को पहले उनसे इस बात पुष्टि करनी चाहिए थी।
I understand your disappointment. I wish you had clarified with me first. I have been misquoted and out of context. Ours is a measurable sport and you will be judged by your own efforts and performance. Good luck
— Adille Sumariwalla OLY (@Adille1) March 20, 2019
तेजस्विन ने भी कहा कि उन्होंने आर्टिकल के लेखक से इस बात कि पुष्टि कि थी। एक खिलाड़ी के तौर पे उनका सिर्फ एक ही लक्ष्य है- सर्वश्रेष्ठ स्तर पे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना।
I hold you in high regard sir and always will. I know i should clarify on my part before tweeting anything and I did clarify with Mr @siwachvinay (who wrote the piece). As an athlete my only goal is to perform at my best at the highest level and I know we share the same goal. ?? https://t.co/hzna0WQRQV
— Tejaswin Shankar (TJ) (@TejaswinShankar) March 20, 2019