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तीरंदाजी

Archery World Cup: भारतीय पुरुष रिकर्व टीम फाइनल में, चीन से होगी भिड़ंत

अतानु दास, बी धीरज और तरूणदीप राय की तिकड़ी रविवार को स्वर्ण पदक के मुकाबले में चीन से भिड़ेगी

Indian men recurve team
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बी धीरज, अतानु दास और तरूणदीप राय

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Bikash Chand Katoch

Updated: 20 April 2023 3:10 PM GMT

भारत की पुरुष रिकर्व टीम ने तुर्की के अंताल्या में चल रहे तीरंदाजी विश्व कप चरण एक में गुरुवार को तीन जीत दर्ज करते हुए नौ साल में पहली बार फाइनल में जगह बनाई। महिलाओं की कम्पाउंड में शीर्ष वरीय ज्योति सुरेखा वेनम ने भी सप्ताह के अंत के मुकाबले में जगह बनाई, जिन्होंने व्यक्तिगत स्पर्धा के सेमीफाइनल में जगह बनाई।

अतानु दास, बी धीरज और तरूणदीप राय की तिकड़ी रविवार को स्वर्ण पदक के मुकाबले में चीन से भिड़ेगी। भारत अगर खिताब जीतता है तो यह विश्व कप की पुरुष रिकर्व टीम स्पर्धा में 13 साल के बाद उसका पहला स्वर्ण पदक होगा।

चौथी वरीय टीम के रूप में क्वालीफाई करने के बाद भारत की पुरुष रिकर्व टीम को पहले दौर में बाई मिली। भारत ने इसके बाद 13वें वरीय जापान को कड़े मुकाबले में 5-4 से हराया। भारतीय टीम ने शूट ऑफ में 29-28 के स्कोर से जीत दर्ज की। चार सेट के बाद दोनों टीम 4-4 (49-52, 57-52, 54-51, 52-57) से बराबर थी जिसके बाद भारतीय टीम ने टाईब्रेकर में दो परफेक्ट 10 और एक नौ अंक के साथ जीत दर्ज की।

भारतीय टीम ने इसके बाद दो आसान जीत दर्ज की। टीम ने 12वें वरीय चीनी ताइपे और नौवें वरीय नीदरलैंड को 6-2 के समान अंतर से हराया।

क्वार्टरफाइनल में चीनी ताइपे के खिलाफ भारतीय तिकड़ी को अधिक परेशानी नहीं हुई। टीम ने 4-0 की बढ़त बनाने के बाद 6-2 (55-54, 57-54, 51-53, 58-56) से मुकाबला अपने नाम किया।

सेमीफइनल में नीदरलैंड ने भारत के खिलाफ पहले सेट जीतकर 2-0 की बढ़त बनाई लेकिन भारतीय तिकड़ी ने जोरदार वापसी करते हुए मुकाबला 6-2 (56-58, 57-53, 57-55, 56-54) से जीत लिया।

पिछले साल भारतीय टीम के लिए कट चूकने वाले अतानु दास ने फरवरी में हरियाणा के सोनीपत में हुए रिकर्व ट्रायल में दूसरा स्थान हासिल करने के बाद टीम में जगह बनाई। उन्होंने क्वालिफिकेशन राउंड में रिकर्व टीम का नेतृत्व किया और टीम को चौथी वरीयता प्राप्त करने में मदद की।

भारत ने अंताल्या में ही 2008 में पहली बार विश्व कप में सफलता का स्वाद चखा था। जयंत तालुकदार, राहुल बनर्जी और मंगल सिंह चंपिया की टीम ने अपने मलेशियाई प्रतिद्वंद्वियों को 218-215 से हराकर विश्व कप में पहली बार रिकर्व पुरुष टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता। तब से भारतीय पुरुषों की रिकर्व टीम ने विश्व कप में पांच स्वर्ण पदक जीते हैं।

कंपाउंड व्यक्तिगत स्पर्धाओं में केवल ज्योति ने ही अंतिम चार में जगह बनाई। पुरुषों की स्पर्धाओं में भारतीयों का दिल टूट गया था, क्योंकि तीन भारतीयों ने चार क्वार्टरफाइनल में भाग लिया और उनमें से कोई भी प्रगति नहीं कर सका। रजत चौहान शूटऑफ में हार गए। ओजस प्रवीन देवताले, जिन्होंने राउंड 16 में शीर्ष वरीय को हराया था, एक अविश्वसनीय रूप से उच्च स्कोर वाले क्वार्टरफाइनल में हार गए उन्होंने 148 रन बनाए, लेकिन उनके मलेशिया प्रतिद्वंद्वी मोहम्मद जुवैदी माजुकी ने एक परफेक्ट 150 स्कोर किया।

महिलाओं की स्पर्धा में, ज्योति अंतिम आठ में एकमात्र भारतीय प्रतिनिधि थीं और उन्होंने ठोस जीत के साथ सेमीफाइनल में जगह बनाई। वह सेमीफाइनल में एला गिब्सन से भिड़ेंगी।

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