तीरंदाजी
अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता देहरादून में शुरू
इस पांच दिवसीय टूर्नामेंट में 196 पुरुष और 120 महिला खिलाड़ी शामिल हैं ।
पुलिस और सशस्त्र बलों की 26 टीम के 316 तीरंदाज बुधवार को देहरादून में आरंभ हुई 11वीं अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान हासिल करने का प्रयास करेंगे। इस पांच दिवसीय टूर्नामेंट में 196 पुरुष और 120 महिला खिलाड़ी शामिल हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस लाइन में प्रतियोगिता के शुरू होने की घोषणा करते हुए विभिन्न राज्यों एवं सशस्त्र बलों से पहुंचे तीरंदाज खिलाड़ियों का स्वागत किया। इस दौरान, उन्होंने प्रदेश में खेल कोटा पुनः प्रारंभ करने की घोषणा भी की।
श्री धामी ने कहा कि यह प्रमुख खेल होने के साथ ही युद्ध कला की एक प्राचीन विद्या भी रही है। त्रेतायुग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और भगवान परशुराम की धनुर्विद्या की बात करें या द्वापर युग में भीष्म, अर्जुन, कर्ण तथा वीर अभिमन्यु की धनुर्विद्या की बात करें, हमारा इतिहास महान योद्धाओं और वीर धनुर्धरों की वीरता एवं धनुर्विद्या का साक्षी रहा है। उन्होंने कहा कि देहरादून की महान धरती तो स्वयं में महान धनुर्धर गुरु द्रोण की तपस्थली रही है। इस प्रतियोगिता का आयोजन देहरादून में होना अपने आप में गर्व का विषय है।
उन्होंने कहा कि राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए नई खेल नीति को लागू की गई है। खेल नीति में खिलाड़ियों के उन्नयन और उनके बुनियादी सुविधाओं के लिए व्यवस्था की गई है। खेल व्यक्ति के चहुंमुखी विकास के लिए लाभदायक हैं। उन्होंने कहा खेल हमें समयबद्धता, धैर्य, अनुशासन और समूह में कार्य करने की प्रेरणा भी देते हैं। उन्होंने कहा कि खेल के क्षेत्र में हमारे युवाओं द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया जा रहा है।