तमिलनाडु की 15 वर्षीय वेटलिफ्टर पूर्णा श्री ने जीता गोल्ड

Update: 2020-01-20 08:09 GMT

तमिलनाडु की 15 वर्षीय वेटलिफ्टर पूर्णा श्री ने गुवाहाटी में खेले जा रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता है। पूर्णा बेहद गरीब परिवार से आती है। उनके पिता बीड़ी का व्यवसाय करते हैं और उनकी मासिक आय दो हजार से तीन हजार रुपए प्रतिमाह है।

अंडर-17 श्रेणी के 64 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाली अपूर्णा ने अपने परिवार को लेकर कहा, "मैं बेहद गरीब परिवार से आती हूँ। मेरे पिता बीड़ी बनाते हैं और बेचते हैं। मैंने अपने कस्बे में कई वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है और पुरस्कार राशि जीती है। इस पुरस्कार राशि से अपने खेल के खर्चे के अलावा मेरे परिवार की दशा सुधारती है।"

पूर्णा को खेलो इंडिया स्कीम के तहत सरकार द्वारा प्रति तीन माह में तीस हजार रूपये मिलते हैं, जिससे उनकी स्कूल फीस में भी मदद मिलती है। इसको लेकर उन्होंने कहा, "खेलो इंडिया यूथ स्कीम हमारे लिए बहुत उपयोगी है। मेरे पिता बीड़ी के व्यवसाय से दो से तीन हजार रूपये प्रतिमाह कमाते हैं, जो कि काफी नहीं है।"

पूर्णा के पिताजी खुद भी वेटलिफ्टर रह चुके हैं। हालांकि, पूर्णा ने उन्हें वेटलिफ्टिंग करते हुए नहीं देखा है लेकिन वह उनका आत्मविश्वास बढ़ाते रहते हैं। इसको लेकर पूर्णा ने बताया, "मैंने उन्हें कभी खेलते हुए नहीं देखा लेकिन फोटो में देखा है। उन्होंने मुझे तकनीक सिखाई और मुझे खेल को गंभीरता से लेने को कहा।"

अब उनका अगला लक्ष्य राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में भाग लेना है। इस संबंध में उन्होंने कहा, "मैं भारतीय जूनियर शिविर में रही हूं। लेकिन मुझे अभी एक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलना है। मैं राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप के ट्रायल्स के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने और इस साल इसमें भाग लेने की उम्मीद कर रही हूं। मेरा सबसे बड़ा सपना अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ना है और भारत में प्रसिद्ध एथलीट बनना है।"