पीवी सिंधु और साइना नेहवाल को एक साथ संभालना मुश्किल था -पुलैला गोपीचंद

Update: 2020-01-25 09:12 GMT

भारतीय बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच पुलैला गोपीचंद ने स्वीकार किया है कि पीवी सिंधु और साइना नेहवाल को एक साथ संभालना उनके लिए मुश्किल हो गया था। इसके अलावा गोपीचंद ने यह भी कहा कि वह सपने में भी इन दोनों में अपना पसंदीदा खिलाड़ी नहीं चुन सकते।

गोपीचंद ने टाटा स्टील साहित्य उत्सव समारोह में कहा, "मैं सपने में भी यह नहीं कह सकता हूं कि दोनों में से कोई एक मेरा चहेता है। मेरे लिये यह मुश्किल था लेकिन मैं संभालने में सफल रहा। दोनो का सफर अलग-अलग है और दोनों अपने तरीके से चैम्पियन है। गोपीचंद ने एक बार फिर कहा उन्होनें दोनों खिलाड़ियों को अपने बच्चे की तरह माना और तब बुरा लगा जब साइना ने प्रकाश पादुकोण अकादमी से जुड़ने के लिए उनकी अकादमी छोड़ दी थी।"

गोपीचंद ने कहा है कि वह अपने हर छात्र को अपने बच्चे की तरह मानते हैं और उन्होंने यह भी दोहराया कि उन्हें साइना की अकादमी छोड़ देने से काफी दुःख हुआ। उन्होंने कहा, "अगर मैं किसी को अपना छात्र बनाता हूं तो उसे अपने बच्चे जैसा मानता हूं। मुझे साइना के अकादमी छोड़ने से काफी पीड़ा हुई। मैं इससे दुखी था। फिर जब मैंने उसे ओलंपिक में देखा तो मुझे लगा कि उसके पास बहुत अच्छा मौका है और फिर मैंने उसे हारते हुए देखा।"

भारतीय कोच ने भरोसा जताया है कि पीवी सिंधु ओलंपिक में पदक हासिल कर लेगी। उन्होंने पीटीआई से कहा, "सिंधु के पास पदक जीतने का अच्छा मौका है। मेरा मानना है कि अच्छी तैयारियों के साथ वह बेहतर प्रदर्शन करेगी।"

सिंधू टोक्यो ओलंपिक के लिए अपना टिकट सुनिश्चित कर चुकी है लेकिन साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत के पास अपनी जगह पक्की करने के लिए कम समय बचा है। कोच गोपीचंद ने भरोसा जताया है कि अनुभवी साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत भी बचे हुए समय में अच्छा प्रदर्शन करके ओलंपिक में अपनी जगह बना लेंगे।